Thursday, November 21 ,2024

Millets in Hindi-आपके आहार में स्वास्थ्य का रहस्य


Millet in Hindi- आजकल सेहत एक बेहद ज़रूरी मुद्दा बन चुका है, और होना भी चाहिए क्योंकि आजकल हमारे खाने-पीने और वातावरण में काफ़ी कमियाँ हैं जिनसे हमारी सेहत पे गहरा प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में ये ज़रूरी है ये कि हम अपने आहार में ऐसी चीज़ों का सेवन करें जिनसे हम रोग मुक्त रह सकें और जिनमें पोषण की मात्रा अधिक हो। इस कमी को पूरा करने के लिए भारत में 'मिलेट्स' नाम की फ़सल होती है जिसमें भरपूर पोषण होता है और जिसको खाने के अनेक फायदे हैं।

बाजरा  क्या होता है? (What is Millet in Hindi?)

एक प्रकार के अनाज को मिलेट्स कहते हैं जैसे कि ज्वार, बाजरा, रागी, कोरा, झंगोरा, बैरी, कंगनी, कोदो, चेना, जौ, समा, आदि, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है। अन्य अनाज जैसे कि गेहूँ और चावल के मुक़ाबले इनमें ज़्यादा पोषण होता है। मिलेट्स को दूसरे शब्दों में मोटा दाना और छोटा दाना भी कहा जाता है, जो इसके दो प्रकार हैं।

मिलेट्स को "सुपर फ़ूड्स" के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसको खाने से अनेक शारीरिक फायदे होते हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, विटामिन बी-6, आदि पाया जाता है। इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है एवं मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है। इस अनाज की फ़सलें बहुत आसानी से तैयार हो जाती हैं और इसके अवशेष को पशुओं के चारे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

बाजरा  कितने प्रकार के होते हैं? (What are the types of Millet in Hindi?)

मिलेट्स के कुछ प्रकार नीचे दी गई सूची में हैं:

  • बाजरा (Pearl Millet in Hindi)बाजरा में अनेक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जैसे फोलेट, विटामिन बी, आदि। बाजरा की खेती उत्तर भारत में बड़े पैमाने पे की जाती है। इसका उपयोग रोटी, खिचड़ी आदि बनाने में किया जाता है।

types of millets

  • रागी (Finger Millet in Hindi)रागी में कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और इसका उपयोग भारत में इडली, उपमा, और रोटी बनाने में किया जाता है। इसे मंडुआ और नाचनी के नाम से भी जाना जाता है।
  • बर्गर (Proso Millet in Hindi) इस मिलेट में भी ज़रूरी पोषण जैसे विटामिन्स, मिनरल्स, आदि की मात्रा होती है और इसे खाने से अनेक फायदे हैं।
  • कोरा (Foxtail Millet in Hindi) कोरा एक ऐसा मिलेट है जिसमें विटामिन्स और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। पुलाव, उपमा, आदि व्यंजनों को बनाने में इसका उपयोग होता है।
  • ज्वार (Sorghum Millet in Hindi)ज्वार का इस्तेमाल ख़ासकर साउथ इंडिया, महाराष्ट्र, एवं गुजरात में किया जाता है। इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा काफ़ी होती है और इसे रोटी बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

बाजरा  खाने के लाभ - (Benefits of eating bajra (pearl) millet in Hindi)

वैसे तो मिलेट्स खाने के अनेक फायदे हैं क्योंकि ये एक पौष्टिक आहार है पर कुछ फायदों की सूची यहाँ दी गई है:

  • वजन नियंत्रण (Weight Control)मिलेट्स के रोज़ाना सेवन से वजन को नियंत्रित करने में सहायता होती है। इसका मुख्य कारण है मिलेट्स में फाइबर का होना जो कि भूख को नियंत्रित रखता है। जो लोग अपने वजन को कम करना चाहते हैं उन्हें मिलेट्स को अपने नियमित आहार में शामिल करना चाहिए।
  • डायबिटीज़ नियंत्रण (Diabetes Control)– डायबिटीज़ यानी मधुमेह के रोग से पीड़ित लोगों को मिलेट्स का सेवन अवश्य करना चाहिए। मिलेट्स के सेवन से ग्लूकोज़ का स्तर नियंत्रित रहता है और डायबिटीज़ के लक्षण में सुधार होता है जिससे आपके स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव आता है।
  • पौष्टिकता (Rich in Nutrients) – मिलेट्स में भरपूर रूप से प्रोटीन, विटामिन्स, ज़िंक, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, विटामिन बी-6, फाइबर, और मिनरल्स होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन बी-3 शरीर के मेटाबॉलिज्म को ठीक रखता है जो कैंसर से भी बचाव देता है। इन सभी पौष्टिक तत्वों की हमारे शरीर को नियमित रूप से ज़रूरत होती है, इसलिए मिलेट्स का नियमित सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
  • दिल का स्वास्थ्य (Heart Health)– अगर आपका लक्ष्य है दिल को स्वस्थ रखना तो आपको मिलेट्स ज़रूर खाने चाहिए। इसके सेवन से दिल से संबंधित सभी रोगों से बचा जा सकता है, एवं हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी कम हो सकता है।
  • अन्य लाभ (More Benefits) – मिलेट्स खाने से आपकी पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है और गैस, कब्ज, एवं एसिडिटी जैसे पेट के कई रोगों से आपका बचाव होता है। यह थायरॉयड, लिवर, लिपिड, एवं किडनी से संबंधित रोगों से भी हमारा बचाव करते हैं।

बाजरा  से बने व्यंजन - (Dishes made from Millets in Hindi)

मिलेट्स के इस्तेमाल से कई प्रकार के भारतीय व्यंजन बनाए जा सकते हैं और इनकी निम्नलिखित सूची कुछ इस प्रकार है:

  • बाजरा  खिचड़ी (Khichdi of Millets)– मिलेट खिचड़ी बनाने के लिए कई प्रकार की दालों का इस्तेमाल किया जाता है। ये व्यंजन काफ़ी सेहतमंद और सात्विक होता है। इसमें मसाला और सब्ज़ी डालके इसे और ज़्यादा स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।
  • बाजरा  रोटी (Roti of Millets)– मिलेट्स की रोटी भी आटे की रोटी जैसे ही बनाई जा सकती है। इस रोटी के लिए मिलेट्स को आटे में भी मिलाया जा सकता है और इसे किसी भी दाल या सब्ज़ी के साथ खाया जा सकता है।
  • बाजरा  इडली, डोसा & उपमा (Idli, Dosa, Upma of Millets) – दक्षिण भारत के प्रसिद्ध व्यंजन जैसे कि इडली, डोसा और उपमा में भी मिलेट्स का मिश्रण बेहद स्वादिष्ट होता है। मिलेट्स से बने इन व्यंजनों का पोषण और बढ़ जाता है। इन तीनों व्यंजनों को अधिकतर तौर पे सुबह नाश्ते में खाया जाता है पर ये इतना हल्का और पौष्टिक होता है कि इसे किसी भी वक्त खाया जा सकता है।
  • बाजरा  पोहा (Poha of Millets)– पोहा बनाने में भी मिलेट्स का उपयोग कामयाब है, चाहे स्वाद के नज़रिए से या पोषण के। आजकल बाज़ार में भी मिलेट्स का पोहा उपलब्ध है जिसे आप खरीद सकते हैं और अपने मनचाहे तरीके से बना सकते हैं। ये नाश्ता स्वादिष्ट भी होगा और पौष्टिक भी।
  • बाजरा  पुलाव (Pulao of Millets)– जिस प्रकार चावल से पुलाव बनाया जाता है, उसी प्रकार मिलेट्स का उपयोग करके भी पुलाव बनाए जा सकते हैं। इसमें आप अपने मन से सब्जियाँ, और मसाला मिला सकते हैं।

millets benefits

भारत की मिलेट क्रांति

वर्ष 2023 को खाद्य और कृषि संगठन द्वारा अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज पर्व घोषित किया गया है। इसका प्रमुख कारण है मिलेट्स के पौष्टिक तत्व जैसे प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स, आदि। इसके अलावा ये ग्लूटेन फ्री होते हैं और किसी भी प्रकार की जलवायु में उगाए जा सकते हैं। इस अनाज को उगाने के लिए पारंपरिक कृषि विधि का उपयोग किया जाता है। इन सभी कारणों की वजह से मिलेट्स को एक महत्वपूर्ण अनाज की श्रेणी में रखा गया है। भारत में मिलेट्स की उत्पादन दोनों बड़े स्तर पे की जाती है और ये विश्व में 20% मिलेट्स उत्पादन का हिस्सेदार है।

पर हाल ही में इसकी उत्पादन और सेवन में काफी कमी देखी गई है। ज्वार, रागी सहित कई मोटे अनाजों में पिछले एक दशक में भारी गिरावट आई है। इसके सेवन में कमी का कारण है इसके बारे में पर्याप्त जागरूकता ना होना और इसका मूल्य दूसरे अनाजों की तुलना में ज्यादा होना

प्रधानमंत्री द्वारा मिलेट्स के सद्गुणों की चर्चा

मोटे अनाज के गुणों की चर्चा और जागरूकता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी की गई है। उन्होंने इसके गुणों पर विश्लेषण करते वक्त बताया कि कैसे मोटे अनाज का सेवन डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों से बचने में सहायता करता है। इसके अलावा उन्होंने सुझाव दिया कि मिलेट्स का प्रयोग विश्व में चल रही भुखमरी को कम करने में किया जा सकता है। मिलेट्स (Millets) के गुणों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाने के लिए उन्होंने ग्रैमी पुरस्कार विजेता भारतीय-अमेरिकी गायिका की मदद से ‘अबंडेंस इन मिलेट्स’ नाम का गीत तैयार किया।

क्या बाजरा  खाने से कोई दुष्प्रभाव हो सकते हैं? (Any Side Effects of Eating Millets)

वैसे तो मिलेट्स खाने के फायदे ज्यादा हैं पर कुछ लोगों के लिए ये नुकसानदायक भी हो सकता है। मिलेट्स में कुछ ऐसे तत्व भी होते हैं जिसे पचाने में किसी व्यक्ति को परेशानी हो सकती है और एलर्जी होने का खतरा भी हो सकता है। कुछ पदार्थ जो मिलेट्स में होते हैं वो दूसरे पौष्टिक खाद्य पदार्थ को शरीर में पचने से रोक सकते हैं। इसके चलते यह आवश्यक है कि आप हर कुछ समय में अपना चेकअप कराएं ताकि ऐसी दिक्कतों का सामना न करना पड़े। और यदि आपको मिलेट्स के सेवन से कोई Allergy (एलर्जी) या अन्य परेशानी हो तो उसके लिए तुरंत एक चिकित्सक से बात करें या Food Intolerance Test (फूड इंटॉलरेंस टेस्ट) करवाएं।

Read More: What is Food Intolerance - Its Causes, Symptoms, Impact and Diagnosis

निष्कर्ष (Conclusion)

स्वास्थ्य सबसे पहले है और यदि स्वास्थ्य ठीक नहीं तो कुछ ठीक नहीं। इस बात को केवल समझना ज़रूरी है, बल्कि इसका पालन करना भी आवश्यक है। स्वास्थ्य को ठीक रखने के कई तरीके हैं और उनमें से एक है पौष्टिक आहार खाना। उन पौष्टिक आहारों में से एक प्रकार है मिलेट्स जैसे कि बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो, आदि।

मिलेट्स में भरपूर मात्रा से प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, और विटामिन्स होते हैं जो कि मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। मिलेट्स का नियमित रूप से सेवन आपको कई बीमारियों से बचा सकता है जैसे डायबिटीज़, किडनी रोग, दिल का रोग, लिवर का रोग, कैंसर, अस्थमा, थायरॉयड, आदि। मिलेट्स में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भी होती है जो आपकी त्वचा को जवान रखने और शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त ये शरीर को एसिडिटी जैसी परेशानी से भी बचाता है। इसलिए ये ज़रूरी है कि आप अपने आहार में मिलेट्स को शामिल करें, इससे बनने वाले अलग-अलग व्यंजनों का आनंद उठाएं और सेहत अच्छी रखें।